सब चलें अपने कर्तव्य पथ पर ऐसी कविताएं करता रहूंगा। सब चलें अपने कर्तव्य पथ पर ऐसी कविताएं करता रहूंगा।
क्या खता हुई है ऐ प्रकृति, सारी रौनक चली गयी। क्या खता हुई है ऐ प्रकृति, सारी रौनक चली गयी।
कोरोना नाम की महामारी है सब पर संकट भारी। कोरोना नाम की महामारी है सब पर संकट भारी।
जो खो चुके हैं जीवन अपना मेरा शत् शत् नमन उनको। जो खो चुके हैं जीवन अपना मेरा शत् शत् नमन उनको।
तुझको तो यहां रोना पड़ेगा विश्व तो तुझको छोड़ना पड़ेगा तुझको तो यहां रोना पड़ेगा विश्व तो तुझको छोड़ना पड़ेगा
कहाँ से आयी यह महामारी पलट गयी है दुनिया सारी। कहाँ से आयी यह महामारी पलट गयी है दुनिया सारी।